Vijay Lakshmi Pandit : विजयलक्ष्मी पंडित के बचपन का नाम स्वरूप कुमारी था इनका जन्म 18 अगस्त 1900 को प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में हुआ था।
विजय लक्ष्मी पंडित, मोतीलाल नेहरू की पुत्री और जवाहरलाल नेहरू की बहन थी। इनका पालन पोषण शिक्षन व रहन-सहन पश्चिमी ढंग से हुआ।
शिक्षा प्राप्त करने के बाद वह उत्तर प्रदेश में एक समाजसेवी के रूप में कार्य करने लगे। 1919 में रणजीत सिंह पंडित से विवाह होने के बाद वह विजय लक्ष्मी पंडित कहलाने लगी।
विजयलक्ष्मी पंडित पर 10 पंक्तियाँ
- विजयलक्ष्मी पंडित के बचपन का नाम स्वरूप कुमारी था इनका जन्म 18 अगस्त 1900 को प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में हुआ था।
- विजय लक्ष्मी पंडित, मोतीलाल नेहरू की पुत्री और जवाहरलाल नेहरू की बहन थी।
- इनका पालन पोषण शिक्षन व रहन-सहन पश्चिमी ढंग से हुआ।
- 1919 में रणजीत सिंह पंडित से विवाह होने के बाद वह विजय लक्ष्मी पंडित कहलाने लगी।
- शिक्षा प्राप्त करने के बाद वह उत्तर प्रदेश में एक समाजसेवी के रूप में कार्य करने लगे।
- भारतीय स्वतंत्रता आंदोलनो में उनकी सक्रिय भागीदारी रही।
- स्वतंत्र भारत में कूटनीतज्ञ के रूप में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर रही।
- 1953 से 1954 तक संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली की अध्यक्ष रही।
- वह महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में भी काम किया।
- 1 दिसंबर 1990 को विजयलक्ष्मी पंडित का निधन हो गया।
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