ऋग्वैदिक काल : Rigvaidik Kal – सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक
इतिहास का वह काल खण्ड जिसकी जानकारी मूल रूप से ऋग्वेद से प्राप्त होती है उसे ऋग्वैदिक काल (rigvaidik kal) कहते हैं। इस काल का …
इस सामान्य ज्ञान खंड में विविध विषयों जैसे विज्ञान, भूगोल, राजनीतिक विषय आदि के रोचक तथ्यों और महत्वपूर्ण घटनाओं की जानकारी दी गई है जो आपकी ज्ञान वृद्धि में सहायक होगी।
इतिहास का वह काल खण्ड जिसकी जानकारी मूल रूप से ऋग्वेद से प्राप्त होती है उसे ऋग्वैदिक काल (rigvaidik kal) कहते हैं। इस काल का …
छठी शताब्दी ईसा पूर्व में मध्य गंगा के मैदानों में कई सम्प्रदायों का उदय हुआ जिसमे बौद्ध धर्म (Baudh Dharm) उन्हें में से एक है …
जैन और बौद्ध धर्म : छठी शताब्दी में मध्य गंगा के मैदानों में कई सम्प्रदायों का उदय हुआ दो सम्प्रदाय जैन धर्म और बौद्ध धर्म …
छठी शताब्दी ईसा पूर्व में मध्य गंगा के मैदानों में कई सम्प्रदायों का उदय हुआ जैन धर्म (Jain Dharm) उन सम्प्रदायों में से एक है …
Hadappa Sabhyata ke Sthal : प्रारंभ में इस सभ्यता से अनजान सभी लोगों का मानना था की वैदिक सभ्यता ही भारत में सबसे प्राचीन सभ्यता …
महापाषाण काल (Mahapashan Kal), दक्षिण भारत (प्रयाद्वीपीय भारत) को प्रागैतिहासिक कला से इतिहासक काल की ओर ले गई जो आगे चलकर वहाँ की सामाजिक, आर्थिक …
इस काल में कला के प्रयोग के लिए पत्थरों का प्रयोग शुरू हुआ जिसके काल लम्बे समय तक कलाकृतियाँ बनी रही। अशोक ने बड़ी संख्या …
मौर्य साम्राज्य के पतन के बाद ब्राहमण साम्राज्य का उदय हुआ इसके अंतर्गत आनेवाले प्रमुख राजवंश – शुंग वंश (shung vansh),कण्व वंश, सातवाहन वंश (आन्ध्र …
Maurya Prashasan : मौर्य साम्राज्य का विस्तार बड़े भू-भाग पर था पूर्व में बंगाल से लेकर पक्षिम में अफानिस्तान तथा ईरान तक उत्तर में जम्मू-कश्मीर …
Maurya Vansh : मौर्य वंश के बारे में जानकारी के लिए पुरातात्विक एवं साहित्यिक दोनों प्रकार का स्रोत्र मौजूद है। साहित्यिक स्रोत्र में, अर्थशास्त्र, इंडिया, …