वी के कृष्ण मेनन का जीवन परिचय : V. K. Krishna Menon
भारतीय राष्ट्रवादी राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ और भारत के पूर्व रक्षा मंत्री रहे “वी के कृष्ण मेनन” का जन्म 3 मई 1896 को मद्रास में एक नायर …
भारतीय राष्ट्रवादी राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ और भारत के पूर्व रक्षा मंत्री रहे “वी के कृष्ण मेनन” का जन्म 3 मई 1896 को मद्रास में एक नायर …
चौहान वंश की अनेक शकाओं में सातवीं सताब्दी में वासुदेव के द्वारा स्थापित शाकम्भरी (अजमेर के निटक) के चौहान वंश (chauhan vansh) का इतिहास में …
Parmar vansh : परमार वंश के पूर्व शासक राष्ट्रकूट वंश के अधीन सामन्त थे, जिसकी पुष्टि किया गया है। किन्तु कुछ विद्वानों को मानना है …
कन्नौज जोकि कभी त्रिपक्षीय संघर्ष का केंद्र हुआ करता था जिस पर गुर्जर प्रतिहार वंश, पाल वंश और राष्ट्रकूट वंश के शासक अपना-अपना दावा करते …
गढ़वाल वंश के पतन के बाद बुन्देल खण्ड में चंदेल वंश का उदय हुआ तथा खजुराहों को अपनी राजधानी बनाया। चंदेल वंश नन्नुक इस वंश …
शशांक के मृत्यु के बाद लगभग एक शताब्दी तक बंगाल में अव्यवस्था का माहौल बना रहा इसी अव्यवस्था को “मतस्य न्याय” कहा जाता है। इससे …
Sen vansh : पाल वंश के पतन के बाद बंगाल में एक नए राजवंश सेन वंश (sen vansh) का उदय हुआ, इसकी स्थापना सामन्त सेन …
गयासुद्धीन मुहम्मद बिन साम ने 1163 ई० में गजनी के पास गोर नामक एक स्वतंत्र रियासत की स्थपाना की। गयासुद्धीन मुहम्मद बिन साम 1173 ई० …
Arab Aakraman : भारत में प्रथम आक्रमण मालावार तट (केरल) में व्यापरियों के रूप में हुआ था, ना की सिन्ध पर अतः भारत में इस्लाम …
Mahmud Ghazni : 10वीं शताब्दी में अल्पतगिन नामक व्यक्ति ने गजनी में एक स्वतंत्र राज्य में स्थापना किया सुबुक्तगिन इसी का पुत्र था। सुबुक्तगिन जिसके …