चौहान वंश का इतिहास : Chauhan vansh

चौहान वंश की अनेक शकाओं में सातवीं सताब्दी में वासुदेव के द्वारा स्थापित शाकम्भरी (अजमेर के निटक) के चौहान वंश (chauhan vansh) का इतिहास में …

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परमार वंश का इतिहास : Parmar vansh

Parmar vansh : परमार वंश के पूर्व शासक राष्ट्रकूट वंश के अधीन सामन्त थे, जिसकी पुष्टि किया गया है। किन्तु कुछ विद्वानों को मानना है …

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गहड़वाल वंश का इतिहास : Gahadavala vansh

कन्नौज जोकि कभी त्रिपक्षीय संघर्ष का केंद्र हुआ करता था जिस पर गुर्जर प्रतिहार वंश, पाल वंश और राष्ट्रकूट वंश के शासक अपना-अपना दावा करते …

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चंदेल वंश का इतिहास : बुन्देल खण्ड या जेजाभुक्ति का चंदेल वंश

गढ़वाल वंश के पतन के बाद बुन्देल खण्ड में चंदेल वंश का उदय हुआ तथा खजुराहों को अपनी राजधानी बनाया। चंदेल वंश नन्नुक इस वंश …

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पाल वंश का इतिहास

शशांक के मृत्यु के बाद लगभग एक शताब्दी तक बंगाल में अव्यवस्था का माहौल बना रहा इसी अव्यवस्था को “मतस्य न्याय” कहा जाता है। इससे …

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मुहम्मद गौरी : Muhammad Ghori

गयासुद्धीन मुहम्मद बिन साम ने 1163 ई० में गजनी के पास गोर नामक एक स्वतंत्र रियासत की स्थपाना की। गयासुद्धीन मुहम्मद बिन साम 1173 ई० …

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अरब आक्रमण : Arab Aakraman

Arab Aakraman : भारत में प्रथम आक्रमण मालावार तट (केरल) में व्यापरियों के रूप में हुआ था, ना की सिन्ध पर अतः भारत में इस्लाम …

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महमूद गजनवी : Mahmud Ghazni

Mahmud Ghazni : 10वीं शताब्दी में अल्पतगिन नामक व्यक्ति ने गजनी में एक स्वतंत्र राज्य में स्थापना किया सुबुक्तगिन इसी का पुत्र था। सुबुक्तगिन जिसके …

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