शक्तिकांत दास का जीवन परिचय : Shaktikanta Das

Shanktikanta Das : शक्तिकांत दास को 11 दिसम्बर 2018 को भारतीय रिसर्व बैंक (RBI) के 25वें गवर्नर के रूप में नियुक्त किया गया जो पूर्व RBI गवर्नर उर्जित पटेल का स्थान लिए। RBI के गवर्नर बनने पूर्व शक्तिकांत दास 27 नवम्बर 2017 से 10 दिसम्बर 2018 तक आर्थिक मामलों के सचिव और G20 में भारत के शेरपा के रूप में अपनी सेवा दी। इन्होने अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF), G20, और BRICS जैसे कई अन्तर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया।

शक्तिकांत दास

इनका जन्म 26 फरवरी 1957 को ओड़िसा के भुवनेश्वर में हुआ। उनकी शिक्षा-दीक्षा काफी अच्छी रही, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) से इतिहास में स्नातक किया और फिर ब्रिटेन के बर्मिंघम विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन में स्नोकत्तर की डिग्री हासिल किया।

दास 1980 बैच के प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी रहे हैं। इन्होने 2013 से 2014 तक फर्टिलाइजर सेक्रेटरी ऑफ़ इंडिया, 2014 से 2015 तक भारत के राजस्व सचिव और 2015 से 2017 तक भारत के आर्थिक मामलों के सचिव समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएँ दे चुके हैं।

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नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (GST) जैसे बड़े आर्थिक सुधार को लागू करने में शक्तिकांत दास ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नोटेबंदी को लेकर उनकी आलोचना भी की गई। इस पर बचाव करते हुए उन्होंने ने कहा की देश में कला धन और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे पर अंकुश लगाने के लिए यह आवश्यक था।

वर्ष 1991 भारत की आर्थिक स्थिति बेहद ही ख़राब थी तो उस समय भी शक्तिकांत दास ने IMF से 22 बिलियन डॉलर के बेलआउट पॅकेज के लिए बातचीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

RBI के गवर्नर के रूप में

गवर्नर के रूप में भारत की वित्तीय स्थिरता को बनाए रखने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की और ध्यान केन्द्रित किया। उन्होंने गैर वित्तीय क्षेत्रों में भी नकदी के कमी को दूर करने के कई उपाय किये इसके अलावे बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के लिए नियामक ढांचे को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाएँ। महामारी के दौरान भी उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था के हितों को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण कदम उठाएँ।

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