जाकिर हुसैन

भारत के तीसरे राष्ट्रपति रहे जाकिर हुसैन का जन्म 8 फरवरी 1897 को आंध्र प्रदेश के हैदराबाद जिले में हुआ था। यह एक मशहूर शिक्षाविद थे जिन्हें 1957 से 1962 तक बिहार के राज्यपाल के रूप में तथा 1962 से 1967 तक भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए 3 में 1969 को दिल्ली में इनका निधन हो गया। इन्हें वर्ष 1963 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

जाकिर हुसैन का जन्म 8 फरवरी 1897 ईस्वी में आंध्र प्रदेश के हैदराबाद जिले में एक अमीर परिवार में हुआ था। कुछ समय बाद उनके पिता उत्तर प्रदेश आ गए। उत्तर प्रदेश में इन्होंने 23 वर्ष की आयु में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के संस्थापक दल के सदस्य बने।

अर्थशास्त्र में पीएचडी करने के लिए जर्मनी चले गए। वापस भारत आने के बाद उन्हें जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के उपकुलपति बनाया गया और भारत के स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद इसे इस विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया गया।

जाकिर हुसैन

जब गांधी जी ने देश की युवाओं से सरकारी संस्थाओं का बहिष्कार की अपील की तो जाकिर हुसैन ने भी गाँधी जी के इस अपील का पालन किया। महात्मा गांधी के निमंत्रण पर वह प्राथमिक शिक्षा के राष्ट्रीय आयोग के भी अध्यक्ष बने| जिनकी स्थापना वर्ष 1937 में स्कूलों के लिए गांधीवादी पाठ्यक्रम बनाने के लिए हुई थी।

उन्होंने अलीगढ़ में “मुस्लिम नेशनल यूनिवर्सिटी” की स्थापना में भी मदद की और 1926 से 1948 तक इस यूनिवर्सिटी के कुलपति रहे। 1948 में उन्हें अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति बनाया गया और 4 साल बाद राज्यसभा के सदस्य बने।

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1956 से 1958 तक “यूनेस्को” की कार्यकारी समिति के भी सदस्य रहे। 1957 में उन्हें बिहार के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया। वह 1962 में उपराष्ट्रपति निर्वाचित हुए। 1967 में भारत के राष्ट्रपति बने इस पद पर रहते हुए ही 3 मई 1969 को उनका देहांत हो गया।

जाकिर हुसैन भारत के प्रथम मुस्लिम राष्ट्रपति थे और पहले राष्ट्रपति थें जिनका राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए देहांत हो गया। वर्ष 1954 में पद्म विभूषण और 1963 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

FAQ :

भारत के प्रथम मुस्लिम राष्ट्रपति कौन थें?

जाकिर हुसैन, जिनका राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए 3 मई 1969 को उनका देहांत हो गया।

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